तनाव से बाल झड़ते हैं – क्या करें उपाय – खुश कैसे रहें –
ये बात तो सौ प्रतिशत सही है कि तनाव से बाल झड़ते हैं,
आज शायद ही कोई होगा जिसे किसी बात का तनाव न हो ।
जब तक तनाव खत्म न हो बालों की समस्या जस की तस बनीं रहेगी
तो क्या करें की हमारा तनाव खत्म हो जाये ।
इसके लिए आज हम कुछ उपाय बताने जा रहे हैं , जिससे आप पूरी तरह से तनाव मुक्त हो जायेंगे ।
खुश रहने से लाभ –मेडीटेशन करें ।
मेडीटेशन करने से हमारे अंदर सहानुभूति, दया व करुणा के भाव उत्पन्न होते हैं, क्योंकि मेडीटेशन से
सेरोटोनिन नामक हार्मोन का स्राव बढ़ जाता है,
जिसका हमारे व्यवहार पर सकारात्मक असर पड़ता है ।
मेडीटेशन करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है और हृदय भी स्वस्थ रहता है ।
मेडीटेशन से न सिर्फ त्वचा संबंधी बीमारियों से बचा जा सकता है, बल्कि बाल भी स्वस्थ रहते हैं ।
तन की सुंदरता के बजाय मन की सुंदरता को महत्व दें ।
मन की सुन्दरता –
तन की सुंदरता तो कुछ वर्षों की मेहमान है,
जबकि मन की सुंदरता तो हमेशा साथ रहेगी ।
आपका रुप-रंग कैसा भी हो, उसे लेकर मन में हीनभावना न पालें ।
अपनी हर उपलब्धि का जश्न मनाएं ।
कभी भी इस इंतजार में वर्तमान उपलब्धि को दरकिनार न करें कि
जब कोई बड़ी उपलब्धि हासिल होगी तो जश्न मनाएंगे ।
यह कहावत तो आपने भी सुनी ही होगी कि चिंता चिता समान होती है ।
इस कहावत पर वैज्ञानिकों ने भी अपनी मुहर लगा दी है ।
हाल ही में हुए एक शोध के मिताबिक
लगातार चिंता करते रहने से सोचने की शक्ति कमजोर होने लगती है ।
इसलिए किसी भी बात को लेकर चिंता न करें, जो होना है वो तो होकर ही रहेगा ।
कौन कैसा है, इस बात पर ज्यादा दिमाग न लगाएं ।
इसके बजाय इस बात पर ध्यान केंद्रित करें कि आप अपने को और अच्छा कैसे बना सकते हैं ।
दूसरों की राह का रोड़ा तो कोई भी बन सकता है ।
असली खुशी तो इस बात में होती है कि आप दूसरों का रास्ता कैसे सुगम बना सकते हैं ।
इससे आपके आगे बढ़ने का मार्ग भी प्रशस्त होगा ।
सकारात्मक सोच से कठिन से कठिन काम आसानी से हो जाते हैं ।
यदि आप अपने मन में सकारात्मक भाव रखेंगे तो आपका हर काम आसानी से पूरा हो जाएगा ।
यह तो आपने भी सुना होगा कि परिर्वतन प्रकृति का नियम है ।
जिंदगी में बेहतरी के लिए सभी कामयाब लोगों ने परिर्वतन का स्वागत किया है और कर रहे हैं ।
परिर्वतन के लिए जरुरी है कि आप अपनी दिमाग की बंद खिड़कियों को खोल दें ।
दूसरे शब्दों में कहें तो किसी भी प्रकार के पूर्वाग्रह से मुक्त होकर
नए प्रगतिशील विचारों और नए दृष्टिकोण का स्वागत करें ।
बिस्तर पर जाने से पहले सारी चिंताओं को दूर कर दें और हमेंशा बेफ्रिक होकर सोएं ।
सोने से पहले दिन में जो भी अच्छी घटना घटित हुई हो, उसके बारें में सोचें ।